...

25 views

हालात

1
हालात की रंजिश को क्या लफ़्ज़ों में बंया करूं,
उसकी मंशा है मैं हर वक्त उसे परेशांहाल मिलूं .
2
हालातों की तपिश से दिल परेशान बहुत है,
ज़िंदगी की धूप में छांव का अरमान बहुत है.
3
माना कि हालात अभी अनुकूल नहीं है,
ज़िंदगी की राहों में कांटे हैं फूल नहीं है.
न रूकने की ठानी हमने बढ़ते जाना है,
हौसला अपनी तरफ है प्रतिकूल नहीं है.