माँ के क़दमों" में
तमन्ना थी चाँद तारे तोड़ लाने की
ख़ुदा ने तुम्हें चाँद बना, पहलू में रख दिया,
हसरत थी जहान की खुशियां समेट लाने की
ख़ुदा की नवाज़िश जो मेरा दामन औलाद की...
ख़ुदा ने तुम्हें चाँद बना, पहलू में रख दिया,
हसरत थी जहान की खुशियां समेट लाने की
ख़ुदा की नवाज़िश जो मेरा दामन औलाद की...