वो शाम का मंज़र
वो शाम का मंजर
दूर तलक भिखरी पानी की चादर
रोशनी बिखेरता चांद
तेरे पास होने का एहसाह,
वो सिंदूरी आसमां
ठंड़ी...
दूर तलक भिखरी पानी की चादर
रोशनी बिखेरता चांद
तेरे पास होने का एहसाह,
वो सिंदूरी आसमां
ठंड़ी...