धीरे धीरे ये साल भी गया
धीरे धीरे ये साल भी गया
लोट के न आयेगा कभी
हर किसी से कह गया
ये साल जो गुज़र गया
यादों में समा गया
कुछ ग़म के पल तो
कुछ खुशी दे गया
हँस के हम पे
हमारी ही उम्र ले गया
धीरे धीरे ये साल भी गया
लोट के न आयेगा कभी
हर किसी से कह गया
ये साल जो गुज़र गया
यादों में समा गया
कुछ ग़म के पल तो
कुछ खुशी दे गया
हँस के हम पे
हमारी ही उम्र ले गया
धीरे धीरे ये साल भी गया
Related Stories