क्षण
एक चौराहे पर लाल बत्ती थी तो मैं रुका हुआ था और अचानक मेरी नज़र उस पर गई बाइक पर थी किसी के साथ, उसकी दोनों आईब्रो के बीच में छोटी सी गोल काली बिंदी जैसे अमावस्या की अगली रात में दो चांदो के बीच में एक तारा टिमटिमा रहा है, उसकी आँखों ने तो जैसे सम्मोहित कर...