वैराग्य...
प्रेम की यात्रा में
जब अंतःकरण
खो जाता है और
रमण करने लगता है
ख़ुद में कहीं भीतर की ओर
तब सब कुछ हो जाता है अरुचिकर
यहां तक कि वह
भूल बैठता है अपने प्रिय की...
जब अंतःकरण
खो जाता है और
रमण करने लगता है
ख़ुद में कहीं भीतर की ओर
तब सब कुछ हो जाता है अरुचिकर
यहां तक कि वह
भूल बैठता है अपने प्रिय की...