कुछ शौक ऐसे भी पाले हुए...
कोई नहीं हकदार दर्द ए दिल का पूजा
हम खुद ही खुशी से दर्द के हवाले हुए
शिकवा शिकायत अपनों से अच्छी लगती हैं
हम तो अपने ही घर से निकाले हुए
रूठना किसी से ...ये मज़ाक अच्छा है
हम इन आदतों के कब हवाले हुए
जिन्दगी ने सबक सिखाए...
हम खुद ही खुशी से दर्द के हवाले हुए
शिकवा शिकायत अपनों से अच्छी लगती हैं
हम तो अपने ही घर से निकाले हुए
रूठना किसी से ...ये मज़ाक अच्छा है
हम इन आदतों के कब हवाले हुए
जिन्दगी ने सबक सिखाए...