तुमसे एक गुज़ारिश है
तुमसे एक गुज़ारिश है
कभी थोड़ा वक्त मेरे लिए भी लेते आओ
जैसे अपने पहली मोहब्बत के लिए बेकरार रहते हो
कितने भी थके हो उसे अपने लब का जाम देते हो
दुःख तकलीफ़ में उसका हाथ थाम लेते हो
अपनी खुशी अपना गम सब उसके साथ बाट लेते हो
कभी थोड़ा वक्त मेरे लिए भी...
कभी थोड़ा वक्त मेरे लिए भी लेते आओ
जैसे अपने पहली मोहब्बत के लिए बेकरार रहते हो
कितने भी थके हो उसे अपने लब का जाम देते हो
दुःख तकलीफ़ में उसका हाथ थाम लेते हो
अपनी खुशी अपना गम सब उसके साथ बाट लेते हो
कभी थोड़ा वक्त मेरे लिए भी...