दर्द की इंतहा...
है दर्द इतना गहरा लेकिन रोना नहीं चाहते
नींद है आंखों में मगर सोना नहीं चाहते
कोई ख़्वाहिश ही ना रही अब इस दिल में
जुस्तजू अब...
नींद है आंखों में मगर सोना नहीं चाहते
कोई ख़्वाहिश ही ना रही अब इस दिल में
जुस्तजू अब...