इश्क़ का रंग
ये इश्क़ का रंग लाल क्यों
जिसे लग जाए मिले मलाल क्यों
दिल रखे इसे सब से परे
फिर उठता उसपे सवाल क्यों
नहीं रहता खुद का खयाल क्यों...
जिसे लग जाए मिले मलाल क्यों
दिल रखे इसे सब से परे
फिर उठता उसपे सवाल क्यों
नहीं रहता खुद का खयाल क्यों...