मेरे बचपन के दिन 😚😚🥺🥺
चला गया, चला गया,
अपनी सुनहरी यादें छोड़ गया,
मेरा बचपन अब चला गया।
वो भी क्या दिन थे,
लाते थे मेरे परदादा किसमिस,
और जानबूझकर रखते थे अपने कुर्ते की जेब में,
ताकि खाऊ मैं ,निकाल कर चुपचाप से,
देखती रहती गुटर गुटर और खाती रहती गप गप,
चले गए, चले गए,
मेरे प्यारे परदादा चले गए 🥺🥺,
अपने साथ मीठी सी यादें छोड़ गए।
इकलौती बेटी थी, पूरे खानदान में,
सबकी लाडली थी,
वजन इतना कि कोई,
हवा का झोंका उड़ा ले जाए,
खेलना बहुत पसंद था मिट्टी में, 😚☺️☺️
...
अपनी सुनहरी यादें छोड़ गया,
मेरा बचपन अब चला गया।
वो भी क्या दिन थे,
लाते थे मेरे परदादा किसमिस,
और जानबूझकर रखते थे अपने कुर्ते की जेब में,
ताकि खाऊ मैं ,निकाल कर चुपचाप से,
देखती रहती गुटर गुटर और खाती रहती गप गप,
चले गए, चले गए,
मेरे प्यारे परदादा चले गए 🥺🥺,
अपने साथ मीठी सी यादें छोड़ गए।
इकलौती बेटी थी, पूरे खानदान में,
सबकी लाडली थी,
वजन इतना कि कोई,
हवा का झोंका उड़ा ले जाए,
खेलना बहुत पसंद था मिट्टी में, 😚☺️☺️
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