लफ़ंगे लोको
कई लोकोमोटिव
परिवार वाले होते है
लम्बी सी ट्रेन ले जाते है
बड़े से परिवार की तरह
छुक छुक
धीरे धीरे
और कई होते है आशिक लफ़ंगे
कभी दो कभी चार ...
डब्बे इधर उधर करते है
जैसे लफ़ंगो की तरह
उनके साथ की
रोज़ बदलती साथी
आप क्या कहते है 😊😊😊😊
परिवार वाले होते है
लम्बी सी ट्रेन ले जाते है
बड़े से परिवार की तरह
छुक छुक
धीरे धीरे
और कई होते है आशिक लफ़ंगे
कभी दो कभी चार ...
डब्बे इधर उधर करते है
जैसे लफ़ंगो की तरह
उनके साथ की
रोज़ बदलती साथी
आप क्या कहते है 😊😊😊😊