याद करो उन वीरों को
याद करो उन वीरों को जो देकर अपनी जान को,
अंग्रेजों से छुड़ा गए जो अपने हिंदुस्तान को,
भूल न जाना भारत मां के बेटों के बलिदान को ,
कभी चुका नहीं पाओगे उन वीरों के एहसान को,
चाहे मानो अल्लाह को तुम या मानो भगवान को,
जाति धर्म का भेद भुलाकर पहचानो इंसान को,
जिनकी तोपों के गोलो से जलकर दुश्मन राख हुए,
उनमें वीर अब्दुल हमीद और बिस्मिल और अशफाक हुए, भारत मां पर मिटने को मिलता है मौका भाग से ,
वो हंसकर कहते थे यारों चलो खेलने आग से ,
भूखा रहना पड़ता था या खाते सूखी साग से ,
हमें मिली है आजादी ऐसे वीरों के त्याग से ,
भारत माता की जय कहकर कोड़े बदन पर खाते थे ,
नाम साथियों का वो लेकिन हरगिज नहीं बताते थे ,
अगर आन पर बन आती तो हंसकर शीश कटाते थे ,...
अंग्रेजों से छुड़ा गए जो अपने हिंदुस्तान को,
भूल न जाना भारत मां के बेटों के बलिदान को ,
कभी चुका नहीं पाओगे उन वीरों के एहसान को,
चाहे मानो अल्लाह को तुम या मानो भगवान को,
जाति धर्म का भेद भुलाकर पहचानो इंसान को,
जिनकी तोपों के गोलो से जलकर दुश्मन राख हुए,
उनमें वीर अब्दुल हमीद और बिस्मिल और अशफाक हुए, भारत मां पर मिटने को मिलता है मौका भाग से ,
वो हंसकर कहते थे यारों चलो खेलने आग से ,
भूखा रहना पड़ता था या खाते सूखी साग से ,
हमें मिली है आजादी ऐसे वीरों के त्याग से ,
भारत माता की जय कहकर कोड़े बदन पर खाते थे ,
नाम साथियों का वो लेकिन हरगिज नहीं बताते थे ,
अगर आन पर बन आती तो हंसकर शीश कटाते थे ,...