2 views
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
अक्सर हमे उलझनों मे फसांता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमारी उलझनों को मिटाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमसे हमारी पहचान चुराता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे हमारी पहचान दिखाता है,,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमे अकेलापन महसूस कराता है,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे हमसे ही मिलवाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हर पल हमे राह से भटकाता है,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हर बार नई राह दिखाता है,,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
बेवजह उदास रहने के बहाने बताता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद.......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
उदास होने के बाद भी हंसाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमको मन का गुलाम बनाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमारे काबू मे मन को लाता है,,,!!
खुली आँखों से......
जहां बाहर का उजाला "
जीवन में रोज मुश्किले लाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
उन्ही मुश्किलों से लड़ना सिखाता है,,,!!
खुली आँखों से........
जहां बाहर का उजाला "
ज्यादातर अँधेरे में लेकर जाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद.....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे उजाले में लेकर जाता है,,,!!
जहां बाहर का उजाला "
अक्सर हमे उलझनों मे फसांता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमारी उलझनों को मिटाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमसे हमारी पहचान चुराता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे हमारी पहचान दिखाता है,,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमे अकेलापन महसूस कराता है,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे हमसे ही मिलवाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हर पल हमे राह से भटकाता है,,,!!
करो जब आँखे बंद....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हर बार नई राह दिखाता है,,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
बेवजह उदास रहने के बहाने बताता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद.......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
उदास होने के बाद भी हंसाता है,,,!!
खुली आँखों से.....
जहां बाहर का उजाला "
हमको मन का गुलाम बनाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमारे काबू मे मन को लाता है,,,!!
खुली आँखों से......
जहां बाहर का उजाला "
जीवन में रोज मुश्किले लाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद......
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
उन्ही मुश्किलों से लड़ना सिखाता है,,,!!
खुली आँखों से........
जहां बाहर का उजाला "
ज्यादातर अँधेरे में लेकर जाता है,,,,!!
करो जब आँखे बंद.....
हमारे भीतर पड़ा अंधेरा "
हमे उजाले में लेकर जाता है,,,!!
Related Stories
1 Likes
0
Comments
1 Likes
0
Comments