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ये धीमी धीमी चालें
ये धीमी धीमी चालें
जल्दी चल ,लग जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
ये उलझे हुए बालें
तू स्कूल से घर आ
अभी उतारती हूं तेरी खाल
ये तेरी कुंभकर्ण वालीं नींदे
जल्दी से सुबह उठ जा कर बेताल
ये तेरा धीमे धीमे ब्रेड खाना
बस पकड़ने में लग जाएंगे साल
फिर वो स्कूल में जाना
और मॉर्निंग प्रेयर में भूल जाते थे ले जाना रुमाल
ये धीमी धीमी चालें
जल्दी चल, निकल जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
ये उलझे हुए बाले
तू स्कूल से घर आ अभी उतारती हूं तेरी खाल.
वो फिर फ्री क्लास में बाते करना
और फिर मॉनीटर द्वारा नाम लिखना
बेंच नीचे छिपना
उस वक़्त बेवजह इतना खुश होना
कहां गए अब वो साल
गेटकीपर के साथ दोस्ती रखना
फिर खुलवाते थे अपनी मर्जी से अकेले
लोहे का इतना बड़ा जाल
ये धीमी धीमी चालें
लग जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
© Yeshu
जल्दी चल ,लग जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
ये उलझे हुए बालें
तू स्कूल से घर आ
अभी उतारती हूं तेरी खाल
ये तेरी कुंभकर्ण वालीं नींदे
जल्दी से सुबह उठ जा कर बेताल
ये तेरा धीमे धीमे ब्रेड खाना
बस पकड़ने में लग जाएंगे साल
फिर वो स्कूल में जाना
और मॉर्निंग प्रेयर में भूल जाते थे ले जाना रुमाल
ये धीमी धीमी चालें
जल्दी चल, निकल जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
ये उलझे हुए बाले
तू स्कूल से घर आ अभी उतारती हूं तेरी खाल.
वो फिर फ्री क्लास में बाते करना
और फिर मॉनीटर द्वारा नाम लिखना
बेंच नीचे छिपना
उस वक़्त बेवजह इतना खुश होना
कहां गए अब वो साल
गेटकीपर के साथ दोस्ती रखना
फिर खुलवाते थे अपनी मर्जी से अकेले
लोहे का इतना बड़ा जाल
ये धीमी धीमी चालें
लग जाएगा स्कूल पहुंचने में साल
© Yeshu
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