मन का मयूरा
#shadow #shadowpoems
मन का मयूरा
जब से तुझे देखा झूम उठा ये
मन का मयूरा
तेरी वो मंद मुस्कान देख कर
प्रफुल्लित होकर विचरण करने लगा
मेरे मन का ये मयूरा
तेरी उन गहरी आंखों की गहराई में
खो कर खुद को ढूंढने लगा
मेरे मन का ये मयूरा
अब कोन इसे बताए
अब कोन इसे समझाए
जिसके लिए ये उतावला है
वो तो खुद इसकी ही एक कल्पना है
फिर भी जब से देखा तुझे
झूम उठा मेरे दिल का ये मयूरा
© shadow
मन का मयूरा
जब से तुझे देखा झूम उठा ये
मन का मयूरा
तेरी वो मंद मुस्कान देख कर
प्रफुल्लित होकर विचरण करने लगा
मेरे मन का ये मयूरा
तेरी उन गहरी आंखों की गहराई में
खो कर खुद को ढूंढने लगा
मेरे मन का ये मयूरा
अब कोन इसे बताए
अब कोन इसे समझाए
जिसके लिए ये उतावला है
वो तो खुद इसकी ही एक कल्पना है
फिर भी जब से देखा तुझे
झूम उठा मेरे दिल का ये मयूरा
© shadow