11 views
"नन्ही सी परी मेरी लाडली"
नन्ही सी परी मेरी लाडली,
कोमल सुकुमारी सी।
रमणीक नाजुक कोमल-कोमल,
छोटी सी कली है मेरे उपवन की।
देख तेरे कलित चेहरे को,
हम सानन्दित हो जाते।
मातृत्व-पितृत्व के सुख से
किया हमे अलंकृत,
फुले हम नही समाते।
एक अनूठा हर्ष दिल में
हमारे हिचकोले लेते,
देख तेरे सहज सुंदर चेहरे को
हम मन ही मन मुस्काते।
तेरे आने से जीवन ज्योति जला,
हमें ईश्वर का असीम नेह मिला।
हमकों तुमनें पूर्ण किया,
अबोध, नि:स्वार्थ, निष्पाप सहजता
इसका ही तुझमें हमने दर्शन किया।
तुमसे मिला हमें जिंदगी जीने का साहस,
धन्य हुए हम तुम्हें पुत्री रूप में पाकर।
© Alok1109Archana
कोमल सुकुमारी सी।
रमणीक नाजुक कोमल-कोमल,
छोटी सी कली है मेरे उपवन की।
देख तेरे कलित चेहरे को,
हम सानन्दित हो जाते।
मातृत्व-पितृत्व के सुख से
किया हमे अलंकृत,
फुले हम नही समाते।
एक अनूठा हर्ष दिल में
हमारे हिचकोले लेते,
देख तेरे सहज सुंदर चेहरे को
हम मन ही मन मुस्काते।
तेरे आने से जीवन ज्योति जला,
हमें ईश्वर का असीम नेह मिला।
हमकों तुमनें पूर्ण किया,
अबोध, नि:स्वार्थ, निष्पाप सहजता
इसका ही तुझमें हमने दर्शन किया।
तुमसे मिला हमें जिंदगी जीने का साहस,
धन्य हुए हम तुम्हें पुत्री रूप में पाकर।
© Alok1109Archana
Related Stories
16 Likes
5
Comments
16 Likes
5
Comments