मेरी कशीश
सच में तुम भी ना
बहुत ज्यादा अजीब हो
जब मैं तुम्हारे पास आता हूं
पास आकर तुम्हारे बालों को सहलाता हूं
तुम्हारे साथ कुछ मीठे पल बिताना लगता हूं
दिन भर तुमसे बात कर किया करता हूं
मेरी छोटी बड़ी सभी बातों का गवाह तुम्हें बना लिया करता हूं
नींदों में भी आकर तुम्हें छेड़ जाया करता हूं
दिलों में घुसकर वार कर लिया करता हूं
तब तो तुम मुझसे दूर भागती रहती हो
अपना सुरूर दिखाती फिरती हो
अपना घमंड दिखाती रहती हो
पता नहीं तुम कौन सी बड़ी तोप हो जैसे
ऐसा जताती फिरती हो
और जब मैं तुमसे दूर जा रहा हूं
तुम्हारी जिंदगी से हमेशा के लिए भाग...
बहुत ज्यादा अजीब हो
जब मैं तुम्हारे पास आता हूं
पास आकर तुम्हारे बालों को सहलाता हूं
तुम्हारे साथ कुछ मीठे पल बिताना लगता हूं
दिन भर तुमसे बात कर किया करता हूं
मेरी छोटी बड़ी सभी बातों का गवाह तुम्हें बना लिया करता हूं
नींदों में भी आकर तुम्हें छेड़ जाया करता हूं
दिलों में घुसकर वार कर लिया करता हूं
तब तो तुम मुझसे दूर भागती रहती हो
अपना सुरूर दिखाती फिरती हो
अपना घमंड दिखाती रहती हो
पता नहीं तुम कौन सी बड़ी तोप हो जैसे
ऐसा जताती फिरती हो
और जब मैं तुमसे दूर जा रहा हूं
तुम्हारी जिंदगी से हमेशा के लिए भाग...