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रामायण जी का सबसे विवादित दोहा ... according to me
ढोल,गवार ,शुद्र, पशु,नारी
शक्ल ताड़ना के अधिकारी

ये रामायण की चौपाई है जो लंका जाते टाइम श्री राम और समुद्र की बात चीत के दौरान लिखा गया है इस पर विवाद हमेशा से होता आया है कि शुद्र और नारी को दंड का अधिकारी क्यों बताया हैं तुलसीदास जी ने।

वैसे
ताड़ना का अर्थ - मारना पीटना माना जाता है पर एक ही शब्द के कई अर्थ होते है और local language में अर्थ बदल भी जाते है कभी कभी

मेरे हिसाब से ताड़ना का एक अर्थ - दर्द देना होता होगा मारने से दर्द ही होता है तो by deafult इन सब को nature ने दर्द दिया है

पर कैसे???
ढोल- जब ढोल को हाथ से मारा जाता है तब ही उसमे से आवाज़ आती है बरना उसका अस्तित्व व्यर्थ है।

गवार- गवार मतलब होता है जिसे ज्ञान न हो , पहले के जमाने मे स्कूल में खूब कुटाई होती थी मैंने भी खाई है😂 तो एक तो ये हो सकता है
औऱ दूसरा ज्ञान लेने में भी दर्द होता है घंटो बैठे रहना,पढ़ाई पर focus करना ,इतना भारी beg ,भागदौड़, कई लोग बाहर रह कर भी पढ़ते है उन्हें अनेकानेक दर्द होते है mentally एंड physically

शुद्र- पहले शुद्र वर्ण वो वर्ग होता था जो काम करता था यानी कि मज़दूर या कारीगर और इन्हें दर्द या चोट न लगे ऐसा नामुमकिन हैं घर मे काम करते टाइम हमे भी कई बार लग जाती है

पशु-जानवर को दर्द कैसे ?? गाय को दूध निकालने में दर्द होता हैं बैल को खेत जोतने में , दर्द से सभी पशुओं को गुज़रना पड़ता हैं क्योंकि वो बोल भी नही पाते

नारी- सबसे बड़ा विवाद यही है नारी कैसे ?? तो हर नारी को nature ने ही दर्द दिया हैं, नारी को नारी बनने के लिए उसकी body जब shape लेती है तो दर्द,periods से लेकर delivery तक हर चीज में दर्द होता है बरना माँ कैसे बनेगी जो इस दुनियां को चलाने के लिए अति अति आवश्यक है

इसलिए सब अपने अस्तित्व को बचाने के लिए दर्द से गुजरते है और ये nature का दिया हुआ है इसमें विवाद कैसा ये समझ नही आता मुझे.।।

💐ताड़ना का एक अर्थ बुंदेलखंड़ी में *--नज़र रखना भी होता हैं एक बहुत funny स्टोरी भी हैं मेरी

एक दिन की बात है शाम को aunty लोग बात कर रहे थे तो एक aunty बोली - ये अम्मा हमे ही ताड़ती रहती है ये क्या कर रही कहा जा रही ।
मैं उस time 6,7 की थी तो मुझे लगा वो गाली दे रही तो मै - mummy चाची गाली दे रही😏😣

सब हँस पड़े 😂
mummy बोलती हैं ताड़ना मतलब नज़र रखना होता है
so let's relate it with this chupai

ढोल- ढोल अगर ज्यादा देर धूप में रख दो तो bomb जैसे फुट जाता है,अगर धूप में न रखो तो बजता नही है मतलब नज़र रखना जरूरी है

गवार- जिसे ज्ञान न हो वो कब क्या कर दे कोई भरोसा नही इसलिए उसको हरकतों पर नज़र रखना जरूरी हैं नही तो गोपी बहू जैसे laptop धो सकते है😂

शुद्र- मतलब काम करने वालो को घर पर लगा के देखो थोड़ा भी मौक़ा मिला तो चौका लगा देते है या तो काम बिगाड़ देगे या करेगे ही नही

पशु- घुसी गैया चने के खेत में😂समझ गए न, अरे नज़र न रखो तो फसल भी बर्बाद कर सकते है

नारी - पहली बात safety के लिए नज़र,दूसरा शक न हो, तीसरा बुराई की खान औरतों की आदत मुन्ना भले कुएं में गिर जाए पर पडोसी औऱ सास की बुराई ज्यादा जरूरी है, प्रलोभन में न आ जाये क्योंकि महिलाओं का right brain ज्यादा एक्टिवेट होता है तो emotional होती है ,औऱ कुछ bunny जैसे नज़र रखते है मेरी परी किस किस से comment में बात कर रही bf तो नही बना रही .. वैसे बना भी सकती हूं bunny नज़र रखे रहना😂🙈🙈

कहने का मतलब ये है सनातन धर्म मे कही भी
किसी को भी बेवजह मारने पीटने का वर्णन नही हो सकता जहाँ देवी की पूजा होती उसे मरेंगे क्यों ..तुलसीदास जी ने ताड़ना का अलग अर्थ सोच कर लिखा होगा शायद चित्रकूट औऱ बुंदेलखंड दूर थोड़े है, औऱ mp का मानुष nasa भी चला जाए तो बोलेगा पानी गिर रहा हैं बारिश हो रही ये कभी नही बोल सकता तो ताड़ना भी ऐसे ही language के परे जा कर लिखा होगा शायद😊😁


इतनी अद्भुत चौपाई पर विवाद करते हो
you धरतीवासी .. मेरी जैसी alien बुद्धि कब आएगी तुम लोग को 🙈😂😂😂👰😎🎻🎸💓🇮🇳🍕🎼


© pari