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तारों के साथ
अक्सर रौशन तारों के साथ
होती है अपनी गहरी बात
समझाते हैं वो अक्सर यही
कुछ बुरा नहीं है सब सही
फूल लिख दे तू लफ़्ज़ों से
कहानी लिख दे हौसलों से
माना दुनिया इक तूफ़ान है
पर तू ख़ुद के बिन वीरान है
बाकी हैं आस के फूल खिलने
आ रही हैं खुशियाँ तुझसे मिलने
ज़रा अपने अंदाज़ में ढ़ल
ना हमारी रौशनी से तू जल
जो जुबाँ करे ना आवाज़ कोई
खामोशी से तू शोर मचा के चल
नीली स्याही के समुंदर में उतरकर
कलम में लफ़्ज़ों के मोती भरकर
लिखकर चेहरों पर मुस्कुराहट तू
उदासियों को मिटाने की कोशिश कर
NOOR E ISHAL
© All Rights Reserved
होती है अपनी गहरी बात
समझाते हैं वो अक्सर यही
कुछ बुरा नहीं है सब सही
फूल लिख दे तू लफ़्ज़ों से
कहानी लिख दे हौसलों से
माना दुनिया इक तूफ़ान है
पर तू ख़ुद के बिन वीरान है
बाकी हैं आस के फूल खिलने
आ रही हैं खुशियाँ तुझसे मिलने
ज़रा अपने अंदाज़ में ढ़ल
ना हमारी रौशनी से तू जल
जो जुबाँ करे ना आवाज़ कोई
खामोशी से तू शोर मचा के चल
नीली स्याही के समुंदर में उतरकर
कलम में लफ़्ज़ों के मोती भरकर
लिखकर चेहरों पर मुस्कुराहट तू
उदासियों को मिटाने की कोशिश कर
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