सोच कौन रहा है
महान कवि के शब्द ( पवन कुमार सैनी )
यहाँ हर कोई भ्रम में जी रहा है
मालिक सोचता है की नौकर सोच रहा है मेरा कितना अच्छा मालिक है
नौकर सोचता है की मालिक सोच रहा है कि मेरा कितना अच्छा नौकर है
सुन्दर कपडे पहने एक सोच रहा है कि लोग सोच रहे है कि मैं कितना सुन्दर हूँ
कितने सुन्दर...
यहाँ हर कोई भ्रम में जी रहा है
मालिक सोचता है की नौकर सोच रहा है मेरा कितना अच्छा मालिक है
नौकर सोचता है की मालिक सोच रहा है कि मेरा कितना अच्छा नौकर है
सुन्दर कपडे पहने एक सोच रहा है कि लोग सोच रहे है कि मैं कितना सुन्दर हूँ
कितने सुन्दर...