चलो थोड़ा तुम्हे याद कर लू।
तुमसे मिले एक अरसा हो गया है।
तो सोचा तुम्हारी बातें ही याद कर लू।
आज शोर के जमाने में कुछ सुनाई नहीं देता।
तो क्यों ना अकेले में ही तुम्हारा जिक्र कर लू।
तेरे यादों...
तो सोचा तुम्हारी बातें ही याद कर लू।
आज शोर के जमाने में कुछ सुनाई नहीं देता।
तो क्यों ना अकेले में ही तुम्हारा जिक्र कर लू।
तेरे यादों...