शादी या बर्बादी...
शादी कहें, या बर्बादी,
कहो तो करलें, ये शादी,
पहेली बिना सुलझी ही, रह जाती,
क्यूंकी शादी करके होती है, बर्बादी,
अच्छा लगता है, जब धूम मचती है,
अलग-अलग गानों पर, मस्ती होती है,
कहीं खाना बनता है, कहीं मिठाई,
बच्चों की शुरू होती है, छुपम-छुपाई,
कभी हल्दी, कभी सगन,
अलग अलग रस्मों से,...
कहो तो करलें, ये शादी,
पहेली बिना सुलझी ही, रह जाती,
क्यूंकी शादी करके होती है, बर्बादी,
अच्छा लगता है, जब धूम मचती है,
अलग-अलग गानों पर, मस्ती होती है,
कहीं खाना बनता है, कहीं मिठाई,
बच्चों की शुरू होती है, छुपम-छुपाई,
कभी हल्दी, कभी सगन,
अलग अलग रस्मों से,...