माँ का प्यार
#WritcoPoemPrompt17
माँ के हाथों का स्पर्श
आँखों से झलकता हर्ष
गोद में ले, जब तुम करती थी माँ आलिंगन
अपने कष्ट भुला तुमने किया मेरा अभिसिंचन
माँ तुम अब नहीं हो, इस जहाँ में
तुम्हारा सा प्यार, अब पाउँगा कहां मै
© उत्तराखंडी Kamlesh Kandpal
माँ के हाथों का स्पर्श
आँखों से झलकता हर्ष
गोद में ले, जब तुम करती थी माँ आलिंगन
अपने कष्ट भुला तुमने किया मेरा अभिसिंचन
माँ तुम अब नहीं हो, इस जहाँ में
तुम्हारा सा प्यार, अब पाउँगा कहां मै
© उत्तराखंडी Kamlesh Kandpal