तेरे आँचल में
ऐ माँ तेरे आँचल में जन्नत हीं जन्नत है ।
जो भी मांग लूँ वह पूरी मन्नत हीं मन्नत है ॥
तुमसे बना है जीवन - जीवन में मंगल हीं मंगल है ।
प्रेम की पराकाष्ठा हो तुम स्नेह का संगम हीं संगम है ॥
अंजान नहीं हो तुम सब तुम्हें...
जो भी मांग लूँ वह पूरी मन्नत हीं मन्नत है ॥
तुमसे बना है जीवन - जीवन में मंगल हीं मंगल है ।
प्रेम की पराकाष्ठा हो तुम स्नेह का संगम हीं संगम है ॥
अंजान नहीं हो तुम सब तुम्हें...