10 views
इश्क -ए-बनारस
बनारस की घाट पर कुछ उम्मीद से खड़ा हू मै
की किसी पहर ठंडे पड़े इन हाथों को तुम थाम लोगी
और ये सालों का इंतजार कुछ यूं ही ख़त्म हो जाएगा जैसे आज की सुहानी सुबह
और ढल जायेगा इंतजार का ये पल इस शाम की तरह
वो पहर जब एक लंबे इंतजार के बाद तुम मेरे सामने होगी इस अस्सी घाट पर
शाम की गंगा आरती का दिलकश नज़ारा
भोलेनाथ की भक्ति , शंखनाद
आरती का स्वर , प्रज्वलित अग्नि और सुगंधित धूप
और इन सब के साथ मेरे हाथो में तुम्हारे मेंहदी वाले हाथ
सच कहा था तुमने बनारस बहुत खूबसूरत है
क्योंकि यहां आकर मैं तुम्हें इतना महसूस कर पा रहा हूं जितना अपनी सासो को , अपनी धड़कनों को
तुम यहां नही हो फिर भी एक एहसास है तुम्हारे होने का , तुम्हारे साथ बिताए उन पलो का
तुम ही कहो क्या मुझे इजाज़त है
मैं तुम्हारी गंगा सी पाक मोहब्बत का बनारस बन जाना चाहता हूं।
#Shalugupta❤️
#Banaras#Assighat#Kashi
#Mahadev_ki_nagri#Jannat#Writco
© shalu Gupta
की किसी पहर ठंडे पड़े इन हाथों को तुम थाम लोगी
और ये सालों का इंतजार कुछ यूं ही ख़त्म हो जाएगा जैसे आज की सुहानी सुबह
और ढल जायेगा इंतजार का ये पल इस शाम की तरह
वो पहर जब एक लंबे इंतजार के बाद तुम मेरे सामने होगी इस अस्सी घाट पर
शाम की गंगा आरती का दिलकश नज़ारा
भोलेनाथ की भक्ति , शंखनाद
आरती का स्वर , प्रज्वलित अग्नि और सुगंधित धूप
और इन सब के साथ मेरे हाथो में तुम्हारे मेंहदी वाले हाथ
सच कहा था तुमने बनारस बहुत खूबसूरत है
क्योंकि यहां आकर मैं तुम्हें इतना महसूस कर पा रहा हूं जितना अपनी सासो को , अपनी धड़कनों को
तुम यहां नही हो फिर भी एक एहसास है तुम्हारे होने का , तुम्हारे साथ बिताए उन पलो का
तुम ही कहो क्या मुझे इजाज़त है
मैं तुम्हारी गंगा सी पाक मोहब्बत का बनारस बन जाना चाहता हूं।
#Shalugupta❤️
#Banaras#Assighat#Kashi
#Mahadev_ki_nagri#Jannat#Writco
© shalu Gupta
Related Stories
14 Likes
7
Comments
14 Likes
7
Comments