20 views
लौट आ..
साथ गुजारे, वो खूबसूरत साथ का वास्ता,
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
एक दूसरे के बाहों में, खोए_सोए रहते थे,
साथ गुजारे उन सारे दिन_रात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
मिलते ही, एक दूसरे को दिल दे दिया था,
सुन तुम्हे हमारी उस मुलाकात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
दो जिस्म सही, पर एक जान है हम_तुम,
तुम्हे दोनो के एक_से जज़्बात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
मैं भी भुला नहीं, तुम्हे भी, याद है सब तो,
दिल दे तुम्हे आखिर किस बात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
© एहसास ए मानसी
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
एक दूसरे के बाहों में, खोए_सोए रहते थे,
साथ गुजारे उन सारे दिन_रात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
मिलते ही, एक दूसरे को दिल दे दिया था,
सुन तुम्हे हमारी उस मुलाकात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
दो जिस्म सही, पर एक जान है हम_तुम,
तुम्हे दोनो के एक_से जज़्बात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
मैं भी भुला नहीं, तुम्हे भी, याद है सब तो,
दिल दे तुम्हे आखिर किस बात का वास्ता.
लौट आ तुम्हे हमारे ताल्लुकात का वास्ता.
© एहसास ए मानसी
Related Stories
30 Likes
8
Comments
30 Likes
8
Comments