तेरा साथ
ये दूर कही से उजियारा जो आ रहा है।
मेरे अंधेरे दिल में उम्मीद जगा रहा है।
बहुत कुछ हार चुका था मैं।
दिल से मौत का फरमान ला रहा था मैं।
उसके आने से कुछ नया होने लगा है।
उसकी आंखों की चमक ने उम्मीद वो जगा दी है।
माना हम बहुत दूर दूर रहते हैं।
पर उसकी ताकत हम यू महसूस करते है।
आज उसकी हाथों में अपना हाथ रख कर।
उसको ही अपना सबकुछ समझ कर।
बस हम यू हो गए है, अब और जीना है साथी।
अभी और जीना है मेरे इस महबूब के लिए।
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मेरे अंधेरे दिल में उम्मीद जगा रहा है।
बहुत कुछ हार चुका था मैं।
दिल से मौत का फरमान ला रहा था मैं।
उसके आने से कुछ नया होने लगा है।
उसकी आंखों की चमक ने उम्मीद वो जगा दी है।
माना हम बहुत दूर दूर रहते हैं।
पर उसकी ताकत हम यू महसूस करते है।
आज उसकी हाथों में अपना हाथ रख कर।
उसको ही अपना सबकुछ समझ कर।
बस हम यू हो गए है, अब और जीना है साथी।
अभी और जीना है मेरे इस महबूब के लिए।
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