परिमार्जित स्वरूप
पहली बार
मैंने देखा,
अपनी ब्याही बिटिया का
परिमार्जित स्वरुप
जब मैं
उसके ससुराल गया
लापरवाह बिटिया
जिम्मेवार बन कर
निभा रही थी अपने हर फर्ज
ताकि
उसकी माँ को गैर जिम्मेवार
ना ठहराया जाय
मैं देख रहा था,
मुझ से बाते करते वक्त हुए
उसकी निगाहें
टिकी हुई थी
टिक टिक
करती...
मैंने देखा,
अपनी ब्याही बिटिया का
परिमार्जित स्वरुप
जब मैं
उसके ससुराल गया
लापरवाह बिटिया
जिम्मेवार बन कर
निभा रही थी अपने हर फर्ज
ताकि
उसकी माँ को गैर जिम्मेवार
ना ठहराया जाय
मैं देख रहा था,
मुझ से बाते करते वक्त हुए
उसकी निगाहें
टिकी हुई थी
टिक टिक
करती...