"अंशुमाली"
अंशुमाली हो रहे हैं सदृश,
लेकर हाथों में सुवर्ण कलश,
बिखर जाएगा सोना नभ पर,
प्रकृति हृदय जाएगा हुलस!!
नवचेतन का होगा आविर्भाव,
सूर्य प्रभा का है ऐसा प्रभाव,
जीवन होगा चहुंओर व्याप्त,
अपूर्व...
लेकर हाथों में सुवर्ण कलश,
बिखर जाएगा सोना नभ पर,
प्रकृति हृदय जाएगा हुलस!!
नवचेतन का होगा आविर्भाव,
सूर्य प्रभा का है ऐसा प्रभाव,
जीवन होगा चहुंओर व्याप्त,
अपूर्व...