बालिका दिवस कि शुभकामनाएं
घर परिवार छोड़कर,
वो लड़की शादी करके तुम्हारे साथ आती है।
उड़ते एक रोज वहीं दूर चली जाती हैं,
घर की शांखो पे ये चिड़िया की तरह होती हैं।
हर पीड़ा मौन में रखकर,
परिवार के कुल चिराग के भांति रोशन करती हैं।
रखकर सबका ख्याल,
त्याग, बलिदान, सहनशीलता की मूरत...
वो लड़की शादी करके तुम्हारे साथ आती है।
उड़ते एक रोज वहीं दूर चली जाती हैं,
घर की शांखो पे ये चिड़िया की तरह होती हैं।
हर पीड़ा मौन में रखकर,
परिवार के कुल चिराग के भांति रोशन करती हैं।
रखकर सबका ख्याल,
त्याग, बलिदान, सहनशीलता की मूरत...