और नहीं
और नहीं भारत रोको
हर बात पे देश जलाओ न
नुकसान देश का कर खुद हीं
गुरबत की बात सुनाओ न
अब और नहीं भारत रोको ....
हाँ मांगे तेरी उचित भी हो
पर क्या तेरा अधिकार है
देश रोक कर रोटी छीना ...
हर बात पे देश जलाओ न
नुकसान देश का कर खुद हीं
गुरबत की बात सुनाओ न
अब और नहीं भारत रोको ....
हाँ मांगे तेरी उचित भी हो
पर क्या तेरा अधिकार है
देश रोक कर रोटी छीना ...