नदी किनारे ही कहीं प्रियतम का घर होगा।
नदी किनारे ही कहीं प्रियतम का घर होगा
मैं पथगामी के लिए वहीं कहीं बसर होगा।
प्रात: सूरज की लालिमा से धरती उजल अमर होगा
खुली हवा में जीवन...
मैं पथगामी के लिए वहीं कहीं बसर होगा।
प्रात: सूरज की लालिमा से धरती उजल अमर होगा
खुली हवा में जीवन...