...

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हृदय

प्रेम को रहने के लिए,
नही जरुरत होती है
किसी घर की,
न ही किसी
एक जात की,
प्रेम को रहने के लिए
चाहिए दो अलग अलग
एक जैसे हृदय,
प्रेम मौन है,
किसी से कहने की बात नही,
प्रेम मौन होकर
बढ़ता है
शिशु समान
एक उम्र रखता है,
पलने दो इसे
अपने हृदय में,
मेरे लिए यही
तुम्हरा प्रेम है,


~शैली { स्वरचित पंक्तियां }

इंसान होने की सबसे सुंदर गतिविधियों में शामिल है किसी से प्रेम करना, किसी को पसन्द करना, किसी से प्रेम हो जानें से चरित्र कभी हीन नही हो सकता, वास्ताविक प्रेम तो चरित्र को कई सकारात्मक पहलुओं से रूबरू कराता है क्योंकि प्रेम भी जिम्मेदारी की चीज है, दो लोगो के बीच अगर प्रेम मौन अवस्था में है तो इससे बेहतर और क्या है, इसे संजोय रखें,
बस इतनी सी बात है।

© @sanguineshaili