सत्य
नदियां कयी है ठिकाना एक ही होगा ,इस चकाचौंध की दुनिया से जाना एक सा होगा
अभी तुम कोट पहने हो ,मेरा पैजामा ही सही धधकते आग की दरीया से जाना एक सा होगा
स्व रचित--अभिमन्यु
अभी तुम कोट पहने हो ,मेरा पैजामा ही सही धधकते आग की दरीया से जाना एक सा होगा
स्व रचित--अभिमन्यु
Related Stories