...

7 views

मुझे सच में हंसी आ रही है, पर क्या कहूं।
मुझे सच में हंसी आ रही है,
पर क्या कहूं।

🤣चलो हंस ही देती हूं।

ये चुराने वाले तू क्या चुराएगा ।

है हिम्मत तो मेरी किस्मत ,

मेरी मेहनत चुरा के दिखा।

एक वक्त था मै डरती थी ,
और बहुत गुस्सा आता था।

जब मेरा कोई कुछ चुराता था,
खैर अब मुझे मज़ा आता है,
देखकर।

की वाह में इस काबिल हूं

मेरा कुछ चुराया जा सकता है।

जो चुराते है वो इस काबिल भी
नहीं की उनका कोई चुरा सके।

उफ़ ये क्या कह दिया ,

चलो एक और बात कहूं
कोई चुराने वाले का
कुछ चुराएगा तो भला क्या,
उसकी चोरी करने की तुच्छ
सी हरकत कभी नहीं ,

एक चोर चोरी दूसरों से नहीं
सिखाता, चोरी ही एक ऐसा
सृजन है जिसे मनुष्य खुद
उसका सृजन करता है, उसका
उपयोग करता है और अंत में
उसके साथ ही वो समाप्त होती है।

जी हां हर चोर चोरी औरों से नहीं
खुद से सीखता है।

अरे किसी को सीखना होगा
तो ईमानदारी सीखेगा,
प्रेम सीखेगा सच्चाई,अच्छाई
ममता सीखेगा ममत्व सीखेंगे ।

चोरी भी कोई सीखने की चीज है।

एक कहावत सुनी थी शायद अधूरी हो

की "कोई किसी की कलाकृति चुरा सकता है
लेकिन उसकी हाथों की कला नहीं।"

तो वैसे ही ये बात हर चीज़ पर लागू होती है।

की कोई की चीज को चुरा ले वो सामने वाले की वस्तु,कला ,या जो कुछ है वही चुरा सकेगा।

लेकिन क्या कभी किसी की...