तुम अनजान बैठे हो...
ना रह सकूं तेरे बिना...
ये जान के अनजान बैठे हो.....
सब सह के भी सह लूं तुझे...
ये सोच के आराम बैठे हो....
तुम्हे तो मैंने चाहा है...
तुम्हे तो मै ही चाहूंगी...
तुम्हारे फ़र्ज़ भी सारे अकेले मै निभाऊंगी...
की मेरे इस प्यार को मेरी ही गलती
मान बैठे हो.....
ना...
ये जान के अनजान बैठे हो.....
सब सह के भी सह लूं तुझे...
ये सोच के आराम बैठे हो....
तुम्हे तो मैंने चाहा है...
तुम्हे तो मै ही चाहूंगी...
तुम्हारे फ़र्ज़ भी सारे अकेले मै निभाऊंगी...
की मेरे इस प्यार को मेरी ही गलती
मान बैठे हो.....
ना...