इश्क़ का सफर - आशिकी (1)
तेरी आँखों में देखा था मैंने,
सपनों का एक अधूरा समंदर।
तेरे हाथों को थामा था मैंने,
जैसे मिल गया हो कोई मंज़र।
तेरा हर ग़म मेरा बन गया,
तेरी हर ख़ुशी...
सपनों का एक अधूरा समंदर।
तेरे हाथों को थामा था मैंने,
जैसे मिल गया हो कोई मंज़र।
तेरा हर ग़म मेरा बन गया,
तेरी हर ख़ुशी...