एक जिम्मेदारी आपकी भी😞
आखिर वो कब तक लड़ती रहेगी
इस समाज से ,अपने ही लोगों से
अपने अधिकार के लिए
क्यों उसको लड़की का नाम देकर
झुकाने की कोशिश करते है लोग
क्या उसकी इच्छा कभी नहीं होती
कुछ अपनी बातों को साझा करने की,
क्यों कोई उसकी बात नहीं सुनना चाहता
क्यों उसको हर जगह गलत साबित करने की
साजिश की जाती है
ऐसा कौन सा मान सम्मान है समाज का
जिसकी फिक्र लोगों को सताए रहती है
वो कुछ करने की सोचती है तो उसको
दबा दिया जाता है ये कहकर
की बाहर की हवा लगी है
उसके बोलने से , उसकी इच्छा से
कोई काम क्यों नहीं करने दिया जाता
क्या वो हमेशा गलत होती है?
क्या वो कुछ सोच नहीं सकती
क्या वो अपनी मन की बात
अपनों के सामने नहीं रख सकती,
...