...

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प्रेम की शुभकामनाएं दे 🙏🙏
मुहब्बत के हर अंजाम से था वाकीफ
मगर दिल हुआ था इतना मजबूर
की दरिया ए इश्क़ मे झलांग मैने भी लगा दी,
उसकी बातो का सिलसिला ए स्वाद
बचपन की मन पसंद लेमनचूस की तरह था ।
हर मुलाकात का मजा लेते रहे
दो चार मीठी बातें
फिर लेमन की तरह खट्टे झगडे
हर झगडा फिर से मुलाकात को तरसा जाता था
उसका भी हाल कम बेस ऐसा ही था
तुनक कर भाग जाती, और
मेरे मैसेज का वेट करती
फिर हमदोनो इनतजार इंतजार खेलते
मै दरवाजे की ओट से झांकता...
कही दिख तो नही रही ??
वो सारे ऐप पर चक्कर लगाती फिरती
मगर क्या मजाल कि
तुनकी हुई वो लाइक कर दे ...
योर कोट पे जाकर नये पोस्ट ढुढती
कोई नही.... तो पुराने पोस्ट को उधेडती
स्टार मेकर मे नये अपलोड किए गाने सुनती
इन्स्टा पे नये रील का परीक्षण करती
फिर इन सबसे भी जी समझौता नही करता तो
मैसेज करती....
मै उसकी सभी क्रियाकलापों से भिज्ञ रहता था
और उसकी...