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डियर ख़्वाब 🍁
🌹डियर ख़्वाब🌹

जब तुम मायूस हो, जब तुम गुस्सा हो, जब आँसू गले से रिसकर
दिल को छुएंगे और तुम्हारी आवाज़ को
बोझिल करेंगे, जब रेत की तरह
उँगलियों से सब कुछ फिसलता नज़र आएगा,
तब यूँ ही उम्मीदों का बस्ता लिए मैं दिखूँगा तुमको कहीं,
मेरे बस्ते में होगी रात की करवट
एक खुशनुमा सपना, और फिर एक माचिस की तीली भी होगी जिससे मैं डूबते सूरज को जला दूँगा..
ऐसे ही उम्र की हर दहलीज पर तुझे बच्चे की ऊँगली से लेकर बुढ़ापे की छड़ी में भी मैं ही दिखूँगा..!
जब हारकर आँसू ना चाहते हुए भी आँख से टपक कर
गालों तक आएँगे, तब मैं हवा बन उसे गालों से बिना
छुए गायब कर दूँगा, इन सब में मेरा होना तय है,
इसलिए मुस्कुराओ और इस कदर मुस्कुराओ
कि वज़ह फीकी लगे...!🥀