कोन कहता है भगवान नही होते 🥰🥰
कोन कहता है भगवान होते नही होते हैं
मगर दिखते नही 🥰🥰🥰🥰🥰🥰
भगवान हमारा रिश्ता कुछ यूं होता है
जेसे मां और संतान का 🥰🥰🥰
बच्चे को कब जरूरत है
उनको पता है
बच्चो को कब सहारा देना है
उन्होंने सब सोच रखा है
लेकिन हम ये समझना नही चाहते😏😏😏😏
जेसे हमे कुछ पसंद आया हमको वो
चीज चाहिए लेकिन वो चीज नहीं
मिली हमने गुस्से में आकर भगवान को
गली देना उनसे गुस्सा होना शुरू हो जाते है
जेसे मां से एक। बच्चा
भगवान का फैसला यही होता है
मेरे बच्चे जब तू उस लायक होगा तो
वो चीज मांगने की जरूरत नहीं होगी
तू खुद ले सकता है
कोई मुसीबत आई हमने बोला भगवान ठीक कर दो ऐसे वैसे लेकिन कुछ नही किया हम फिर गली देने लगते लगते हैं गुस्सा हो जाते है
भगवान का फैसला जब जिसका जेसे कर्म होंगे उनको वही मिलेगा उससे ज्यादा नही
हमारे बहुत सी जरूरत होती है लेकिन
हम उसको खुद की जरूरत या उम्र से
पहले मांगने लगते है
जेसे आजकल के बच्चे फोन मांगते है
बिना फोन के खाना नही खाना
मां बाप भी अपना पीछा छुड़ा कर दे दिया फोन
अब बच्चे फ़ोन मैं कुछ भी देखे कोई मतलब नहीं
बच्चा जिद्दी हो
बच्चा गली दे
बच्चा बात सही से नही करे बहुत कुछ
गलती मां बाप की जरूरत से ज्यादा उससे पहले भगवान नही देता तो मां बाप क्यों
अगर मां बाप ने दिया भी तो उसका नतीजा मां बाप देखते है
तभी भगवान हमारा अच्छा भला सब समझ कर समय से पहले देकर न देकर समय से देता है उसमे हमारा सुख है तब हम कहते है
भगवान बहुत कुछ बिन मांगे दिया क्योंकि उसने तुम्हार सही समय सोचा तुमको दिया तुमको अच्छा लगा तभी कहते है है
भागों होते है मगर दिखते नही
भगवान हर जगह है
हमारी सांस में
हमारी आत्मा में रोम रोम में समाए है
हम उनको महसूस कर सकते हैं
लेकिन देख नही सकते छू नहीं सकते
परमात्मा एक रोशनी है जो एक सूरज ढलने के
बाद हमारी एक नई सुबह एक रोशनी की किरण लेकर आती है हर पल हर दिन एक पाट पढ़कर जाति है
समय से ज़्यादा समय से पहले कुछ नही होता
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......
मगर दिखते नही 🥰🥰🥰🥰🥰🥰
भगवान हमारा रिश्ता कुछ यूं होता है
जेसे मां और संतान का 🥰🥰🥰
बच्चे को कब जरूरत है
उनको पता है
बच्चो को कब सहारा देना है
उन्होंने सब सोच रखा है
लेकिन हम ये समझना नही चाहते😏😏😏😏
जेसे हमे कुछ पसंद आया हमको वो
चीज चाहिए लेकिन वो चीज नहीं
मिली हमने गुस्से में आकर भगवान को
गली देना उनसे गुस्सा होना शुरू हो जाते है
जेसे मां से एक। बच्चा
भगवान का फैसला यही होता है
मेरे बच्चे जब तू उस लायक होगा तो
वो चीज मांगने की जरूरत नहीं होगी
तू खुद ले सकता है
कोई मुसीबत आई हमने बोला भगवान ठीक कर दो ऐसे वैसे लेकिन कुछ नही किया हम फिर गली देने लगते लगते हैं गुस्सा हो जाते है
भगवान का फैसला जब जिसका जेसे कर्म होंगे उनको वही मिलेगा उससे ज्यादा नही
हमारे बहुत सी जरूरत होती है लेकिन
हम उसको खुद की जरूरत या उम्र से
पहले मांगने लगते है
जेसे आजकल के बच्चे फोन मांगते है
बिना फोन के खाना नही खाना
मां बाप भी अपना पीछा छुड़ा कर दे दिया फोन
अब बच्चे फ़ोन मैं कुछ भी देखे कोई मतलब नहीं
बच्चा जिद्दी हो
बच्चा गली दे
बच्चा बात सही से नही करे बहुत कुछ
गलती मां बाप की जरूरत से ज्यादा उससे पहले भगवान नही देता तो मां बाप क्यों
अगर मां बाप ने दिया भी तो उसका नतीजा मां बाप देखते है
तभी भगवान हमारा अच्छा भला सब समझ कर समय से पहले देकर न देकर समय से देता है उसमे हमारा सुख है तब हम कहते है
भगवान बहुत कुछ बिन मांगे दिया क्योंकि उसने तुम्हार सही समय सोचा तुमको दिया तुमको अच्छा लगा तभी कहते है है
भागों होते है मगर दिखते नही
भगवान हर जगह है
हमारी सांस में
हमारी आत्मा में रोम रोम में समाए है
हम उनको महसूस कर सकते हैं
लेकिन देख नही सकते छू नहीं सकते
परमात्मा एक रोशनी है जो एक सूरज ढलने के
बाद हमारी एक नई सुबह एक रोशनी की किरण लेकर आती है हर पल हर दिन एक पाट पढ़कर जाति है
समय से ज़्यादा समय से पहले कुछ नही होता
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......