एक पिता का दिल❤️❤️❤️❤️❤️❤️
एक पिता का दिल कभी कोई नही पढ़
सकता कोई भी नही
जेसे एक मां की ममता की कोई सीमा नही
वैसे ही एक पिता के दिल को समझना सबके बस में नही होता 🥺🥺🥺
पिता बाहर से कठोर है
लेकिन अंदर से कितना कोमल मन है
एक पिता का
वो कोई नही देख सकता
न पढ़ सकता बंद किताब है
बंद है तो कुछ नही है
खोल दो तो बहुत सी जानकारी है
पिता इतना कठोर क्यों होता है
लोगो का मानना है
की मां दिल बहुत कोमल और ममता मई है
लेकिन कभी ये सोचा है एक पिता का दिल
उससे भी कई जादा कोमल निर्मल होता है
वो पिता खुद को कठोर बनाता है
वो होता नही है
वो अपने घर परिवार और बच्चे की ज़िम्मदारी
का बोझ अपने कंधो पे धोने के लिए तैयार होता होता है
इसलिए वो कमजोर न पढ़ जाए तो वो खुद को
सबके सामने कठोर बनाए रखता है
अगर वो मोह में बंध गया तो जिम्मदारी कोन उठाएगा इसलिए एक पिता को कठोर बनना होता है
चाहे उसको अपने बच्चों से कठोर शब्द क्यों न बोलना पढ़े वो करता है
जब वो तुमको डांटते है तो
वो खुदको सजा दे रहे होते है
जब कभी तुमको थप्पड़ जड़ दे तो दर्द उनको होता है
कभी उनके दिल से पूछा आप क्यों परेशान हो
तुम क्यों रो रहे हो
तुमको तो थप्पड़ जड़ दिया लेकिन रात में वो
रो रहे हैं ये सोचकर अपने बच्चे को आज केसे
हाथ लगा दिया
उनके दिल से कभी पूछा वो क्या चाहते है
सिर्फ तुम्हारी तरक्की और कुछ नही
लेकिन अफसोस एक पिता अपनी गलत चावी अपने बच्चो के मन में बना लेता है
जिससे वो अपनो के नजरो में हमेशा खुदको गिरा हुआ साबित कर देता है
हम मां के लाडले बन जाते। हैं
पिता के हाल तक नहीं पूछते
एक पिता खुद में पूरा संसार है
जो अपने बच्चों के लिए दुनिया की सारी खुशियां लेकर आने का दम रखता है
और एक मां खुद में ही सबकुछ है अलग होते हुए भी सबको एक साथ रखने का दम रखती है
एक पिता क्या चाहता है
क्या सोचता है
इससे कोई फर्क नही पड़ता
जिस दिन पिता ने सोचना छोड़ दिया उस दिन से
किसी बच्चे के सपने पूरे नही होंगे
इसलिए पिता को प्यार इज्जत मान सम्मान दो पिता भी अपने परिवार पे नाज़ करे
एक पिता का दिल ❤️❤️❤️❤️
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......
सकता कोई भी नही
जेसे एक मां की ममता की कोई सीमा नही
वैसे ही एक पिता के दिल को समझना सबके बस में नही होता 🥺🥺🥺
पिता बाहर से कठोर है
लेकिन अंदर से कितना कोमल मन है
एक पिता का
वो कोई नही देख सकता
न पढ़ सकता बंद किताब है
बंद है तो कुछ नही है
खोल दो तो बहुत सी जानकारी है
पिता इतना कठोर क्यों होता है
लोगो का मानना है
की मां दिल बहुत कोमल और ममता मई है
लेकिन कभी ये सोचा है एक पिता का दिल
उससे भी कई जादा कोमल निर्मल होता है
वो पिता खुद को कठोर बनाता है
वो होता नही है
वो अपने घर परिवार और बच्चे की ज़िम्मदारी
का बोझ अपने कंधो पे धोने के लिए तैयार होता होता है
इसलिए वो कमजोर न पढ़ जाए तो वो खुद को
सबके सामने कठोर बनाए रखता है
अगर वो मोह में बंध गया तो जिम्मदारी कोन उठाएगा इसलिए एक पिता को कठोर बनना होता है
चाहे उसको अपने बच्चों से कठोर शब्द क्यों न बोलना पढ़े वो करता है
जब वो तुमको डांटते है तो
वो खुदको सजा दे रहे होते है
जब कभी तुमको थप्पड़ जड़ दे तो दर्द उनको होता है
कभी उनके दिल से पूछा आप क्यों परेशान हो
तुम क्यों रो रहे हो
तुमको तो थप्पड़ जड़ दिया लेकिन रात में वो
रो रहे हैं ये सोचकर अपने बच्चे को आज केसे
हाथ लगा दिया
उनके दिल से कभी पूछा वो क्या चाहते है
सिर्फ तुम्हारी तरक्की और कुछ नही
लेकिन अफसोस एक पिता अपनी गलत चावी अपने बच्चो के मन में बना लेता है
जिससे वो अपनो के नजरो में हमेशा खुदको गिरा हुआ साबित कर देता है
हम मां के लाडले बन जाते। हैं
पिता के हाल तक नहीं पूछते
एक पिता खुद में पूरा संसार है
जो अपने बच्चों के लिए दुनिया की सारी खुशियां लेकर आने का दम रखता है
और एक मां खुद में ही सबकुछ है अलग होते हुए भी सबको एक साथ रखने का दम रखती है
एक पिता क्या चाहता है
क्या सोचता है
इससे कोई फर्क नही पड़ता
जिस दिन पिता ने सोचना छोड़ दिया उस दिन से
किसी बच्चे के सपने पूरे नही होंगे
इसलिए पिता को प्यार इज्जत मान सम्मान दो पिता भी अपने परिवार पे नाज़ करे
एक पिता का दिल ❤️❤️❤️❤️
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......