कहानी
ये तेरी और मेरी कहानी है!
जिंदगी दर्द में बितानी है।
हम वफादार लोगों को दुनिया!
देती क्यों दर्द की निशानी है।
तुम से बिछड़े हुए! हुए मुद्दत!
मेरी आंखों में अब भी पानी है।
कितने आए गए हसीन चेहरे!
दिल में तस्वीर वो पुरानी है।
नाज़ इस पर पर भला करे कैसे!
'महज़' की जिंदगी भी फानी है।
© महज़
जिंदगी दर्द में बितानी है।
हम वफादार लोगों को दुनिया!
देती क्यों दर्द की निशानी है।
तुम से बिछड़े हुए! हुए मुद्दत!
मेरी आंखों में अब भी पानी है।
कितने आए गए हसीन चेहरे!
दिल में तस्वीर वो पुरानी है।
नाज़ इस पर पर भला करे कैसे!
'महज़' की जिंदगी भी फानी है।
© महज़
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