...

20 views

मेरे बीते पल लौटा दो
ख्वाहिश है तुमसे बस ये,
मेरे ग़म ये कहीं छुपा दो..

दे कर मुस्कान प्यारी सी,
मुझे फिर से खुशियां लौटा दो..

थक गया हूँ लड़ लड़ कर अब,
कोई उम्मीद नज़र नहीं आती..

तुम सीने से लगाकर मुझको,
फिर सपने मेरे सजा दो..

और कितना तनहा मैं रहूँ,
क्यों दर्द ये सारे मैं सहूँ..

तुम ले चलो न अपने संग मुझे,
मेरे बीते पल लौटा दो..

© IndoreKeGopal