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वो पुरानी कहानी नहीं चाहिए
वो पुरानी कहानी नहीं चाहिए
याद में कोई आनी नहीं चाहिए।
मानता हूॅं मैं बीमार हूॅं इश़्क में
पर कोई नब्ज़-दानी नहीं चाहिए।
चाॅंद ताको मगर, बादलों में हो तो
कोई आदत बनानी नहीं चाहिए।
कोई झूठी तसल्ली नहीं दो मुझे
दिन में ये रात-रानी नहीं चाहिए।
तन्हा रहने की आदत सी है अब मुझे
और कोई भी सानी नहीं चाहिए।
© Shadab
नब्ज़ दानी= चिकित्सक
सानी = दूसरा।
तसल्ली = दिलासा।
याद में कोई आनी नहीं चाहिए।
मानता हूॅं मैं बीमार हूॅं इश़्क में
पर कोई नब्ज़-दानी नहीं चाहिए।
चाॅंद ताको मगर, बादलों में हो तो
कोई आदत बनानी नहीं चाहिए।
कोई झूठी तसल्ली नहीं दो मुझे
दिन में ये रात-रानी नहीं चाहिए।
तन्हा रहने की आदत सी है अब मुझे
और कोई भी सानी नहीं चाहिए।
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नब्ज़ दानी= चिकित्सक
सानी = दूसरा।
तसल्ली = दिलासा।
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