जँचता नहीं
वैसे तो लंबी कविता है,
लेकिन साझा करने को ये चार पंक्तियाँ ही काफ़ी लगीं
शायद दिन के घण्टे कुछ लंबे...
लेकिन साझा करने को ये चार पंक्तियाँ ही काफ़ी लगीं
शायद दिन के घण्टे कुछ लंबे...