...

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Be water my friend
बढ़ते चलना है मस्त
पानी के बहाव से।
चट्टानें राह में,
कई खड़ी होगी रुकाव में।
बंट भी जाये,
कुछ पल जो
एक बड़े प्रवाह से।
घबराना मत,
मिल ही जाते हैं सब
आगे चलकर राह में।
फिर चिंतित क्यों हो,
दुनिया के उपहास से।
चलता चल बढ़ता चल,
एक दिन वही
साथ खड़ी होगी तेरे आदाब में।
© Joginder Thakur