...

2 views

वक़्त भाग-२…..
वक़्त की सोच है,
कि वक़्त पे सब काम हो…
रुक ना पाए काम किसी का,
जिससे नाम बदनाम हो…

वो सूरज की पहली किरण,
जिसपें होगा सब कुछ निरभर…
कैसा होगा आज का दिन !
कितनी होगी ख़ुशियाँ,
कितनी होगी उलझन….

कौन जाइएगा दुनियाँ से,
कौन आएगा दुनियाँ में…
सबकी चिंता होती है रब्कों,
और दी है साँसे उसने सबको…

किसी को वक़्त जल्दी ले जाइए और,
किसी को वक़्त ज़िंदगी जीना सिखाये…
वक़्त के दम पर हम सब चल रहे है,
इसके दिशा निर्देश से हम पल रहे है ।

कभी कभी वक़्त का पता नहीं चलता,
इसके बिना तो पेड़ का पत्ता भी नहीं हिलता ॥
“जिंद” वक़्त बलवान है इससे बड़ा नहीं कोई,
भगवान के बनाये वक़्त से कभी बचा नहीं कोई…


#जलते_अक्षर

© ਜਲਦੇ_ਅੱਖਰ✍🏻