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मेरी मां.....
मेरी मां मेरा रब,
मां से ही शुरू , मां पर ख़तम।।
जब खुली मेरी आंख तो दिखा एक पहरा,
जो था मेरी मां का चेहरा सुनहरा।।
हाथों में उठाया मुझको,तो हो गया में चुप,
और जब बिठाया तुमने गोद में तो हो गया था में सुस्त।।
जब हुआ में थोड़ा बड़ा,आया मुझे घुटनों पर चलना
तुमने मुजको ऐसा बनाया आ गया मुझे अपने पैरों पर चलना।।
फिर था वो मेरा स्कूल का पहला
दिन,हाथ पकड़ कर तूने मूजको
स्कूल तक पहुंचाया,
आज इस वजह से हो गया में
इतना होशियार मां।।।।।
THANKS TO ALL MOTHERS FOR MAKING US A GREAT PERSON................
© motivational baba
© motivationalbaba up
मां से ही शुरू , मां पर ख़तम।।
जब खुली मेरी आंख तो दिखा एक पहरा,
जो था मेरी मां का चेहरा सुनहरा।।
हाथों में उठाया मुझको,तो हो गया में चुप,
और जब बिठाया तुमने गोद में तो हो गया था में सुस्त।।
जब हुआ में थोड़ा बड़ा,आया मुझे घुटनों पर चलना
तुमने मुजको ऐसा बनाया आ गया मुझे अपने पैरों पर चलना।।
फिर था वो मेरा स्कूल का पहला
दिन,हाथ पकड़ कर तूने मूजको
स्कूल तक पहुंचाया,
आज इस वजह से हो गया में
इतना होशियार मां।।।।।
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